Tuesday, July 29, 2014

ये जीवन


आशा निराशा का खेल है ये जीवन

भरोसा और उम्मीद से सज़ा है ये जीवन

सपने और बिखरे रास्तो से भरा है ये जीवन

कुछ कर गुजर ने को मिला है ये जीवन

प्यार बाटने को मिला है जीवन

कठिनाई से लढ़ने मिला है ये जीवन

हर पल मे आगे बढ़ने मिला है जीवन

                         
                                                               -  गणेश नरवणे




करम ही धरम


करम करम सब करम ही है

धरम यही हो बस नेक करम हो

और कोई ना और भरम हो

बस नेक करम ही धरम हो

खुश रहे जिसका दिल नरम हो

करम करम बस सब करम ही है



                                  - गणेश नरवणे

कैसे नींद आएगी


कैसे नींद आएगी, कुछ बनाना अभी बाकी है...

कैसे दिल को राहत मिलेगी...

कुछ बननेकी आग अभी बुझी नयी...

कैसे दिल को खुशी होगी...

मंज़िल अभी पाई नही...

कैसे रुकेंगे कदम मेरे...

हिम्मत मैने अभी हारी नही...



                                                                                                                -    गणेश नरवणे

एक इरादा...



अब तो वही करना है जो ठान लिया है

संघर्षो के मैदान मे फिरसे उतरना है

ऱातोसे चुरानी है आँखो की नींद

आख़िर तक लड़ेगा मेरे खून का एक एक बूँद


एक हसीन जहा


ज़िंदगी जीने की वजह मिल ही जाएगी
ज़िंदगी सवर ही जाएगी
बस कुछ पल और कोशिश कर
कुछ और पल सबर कर

जीले  थोड़ा  आज  मायूसी  के  साथ
एक  दिन  ये मायूसी  खुशी  मे  बदल  जायेगी
यकीन  कर  यही  सच  है

सपने  बिखरे  है  तेरी  राहों  मे
आजाएँगे  सारे  सिमट  कर  तेरी  बाहों  मे

बेवजह  नही  होता  कुछ  यहा
मेहनत  से  बनता  यहा  एक  हसीन  जहा


              -- गणेश दिलीप नरवणे